जिला बांदा, शहर बांदा 16 अगस्त का तहसील दिवस रहै। वा दिन कुल एक सौ सत्तरह दरखास आई रहैं। उनमा से
इकत्तीस दरखास मा लिखी समस्या का समाधान मउके मा होइगा रहै।
अउर छियासी दरखास मा लिखी समस्यन के खिलाफ कारवाही करै खातिर भरोसा दीन गा है। तहसील दिवस मा समाजवादी पार्टी के विशंभर प्रसाद समेत कइयौ अधिकारी शामिल रहैं।
माया का कहब है कि या बरसात मा मोर घर गिर गा है। मोरे लगे येत्ता रुपिया निहाय कि घर बनवा सकौं। काहे से कि रोजै के मजूरी करै वाले मड़ई आहिन। दूसर बात मोहिका सरकार कइती से कउनौ भी योजना का लाभ तक नहीं मिल सकत है। यहिसे मैं तहसील दिवस मा कालोनी खातिर दरखास दें आई हौं। अगर मोहिका सरकार कइती से एक कालोनी मिल जात तौ रहैं खातिर होई जात।
बेसनिया का कहब है कि मैं मर्दन नाका मुहल्ला से तहसील दिवस मा दरखास दें आई हौं। मोर राशन कार्ड बना हैं,पै कोटेदार राशन कार्ड मा गल्ला नहीं देत है। मोर मनसवा बाहर परदेश मा कमात है। वा कइयौ महीना तक रुपिया नहीं भेजत आय। राशन कार्ड मा गल्ला मिल जात रहै तौ खाये खातिर होई जात रहै।
बरेठी गांव के चंदा का कहब है कि 25 अप्रैल तक प्राथमिक स्कूल मा खाना बनाये हौं।यहिके बाद मोहिका स्कूल मा खाना बनावैं से मना कइ दीन गा है। ऊपर से मोर खाना बनावै का रुपिया भी नहीं दीन गा है। मोर रुपिया स्कूल के मास्टर से देवावा जाये।
इकत्तीस दरखास मा लिखी समस्या का समाधान मउके मा होइगा रहै।
अउर छियासी दरखास मा लिखी समस्यन के खिलाफ कारवाही करै खातिर भरोसा दीन गा है। तहसील दिवस मा समाजवादी पार्टी के विशंभर प्रसाद समेत कइयौ अधिकारी शामिल रहैं।
माया का कहब है कि या बरसात मा मोर घर गिर गा है। मोरे लगे येत्ता रुपिया निहाय कि घर बनवा सकौं। काहे से कि रोजै के मजूरी करै वाले मड़ई आहिन। दूसर बात मोहिका सरकार कइती से कउनौ भी योजना का लाभ तक नहीं मिल सकत है। यहिसे मैं तहसील दिवस मा कालोनी खातिर दरखास दें आई हौं। अगर मोहिका सरकार कइती से एक कालोनी मिल जात तौ रहैं खातिर होई जात।
बेसनिया का कहब है कि मैं मर्दन नाका मुहल्ला से तहसील दिवस मा दरखास दें आई हौं। मोर राशन कार्ड बना हैं,पै कोटेदार राशन कार्ड मा गल्ला नहीं देत है। मोर मनसवा बाहर परदेश मा कमात है। वा कइयौ महीना तक रुपिया नहीं भेजत आय। राशन कार्ड मा गल्ला मिल जात रहै तौ खाये खातिर होई जात रहै।
बरेठी गांव के चंदा का कहब है कि 25 अप्रैल तक प्राथमिक स्कूल मा खाना बनाये हौं।यहिके बाद मोहिका स्कूल मा खाना बनावैं से मना कइ दीन गा है। ऊपर से मोर खाना बनावै का रुपिया भी नहीं दीन गा है। मोर रुपिया स्कूल के मास्टर से देवावा जाये।
रिपोर्टर- मीरा देवी
23/08/2016 को प्रकाशित
बाँदा का तहसील दिवस – 117 दरखास में 31 का निस्तारण मौके पर हुआ, 86 में कार्यवाही का भरोसा डी एम ने दिया