जिला महोबा। महोबा पान की खेती के लिए देश-विदेश में भी मशहूर है। इस बार भारी बारिस के कारण पान की खेती को बहुत नुकसान पहुंचा है। लेकिन कुछ किसानों को ही सरकारी मदद मिली है।
महोबा में लगभग डेढ़ सौ किसान पान की खेती करते हैं। पान किसान राकेश लाल, चन्द्र पूरन और भुजवल ने बताया कि 29 जून 2013 को जोर से आई बारिस के साथ हमारी पान की खेती खराब हो गई। इसको दोबारा एक पारी बनाने में दस हजार का खर्चा आता है। दोबारा पारी बनाने में मजदूरों को लगाना पड़ता है। इस काम में बच्चे भी लगे रहते हैं। उनकी पढ़ाई का बहुत नुकसान होता है।
पान किसान विजय ने बताया कि कई किसान अपनी खेती करते हैं पर कई लोग किराए में जमीन लेकर खेती करते हैं। वैसे भी खेती में आने वाली लागत के मुकाबले कमाई न के बराबर होती है। इस बार तो बरसात के कारण और पूरी फसल ही बर्बाद हो गई है। कुछ लोगों को मुआवजा मिला है। उद्यान विभाग के कनिष्ठ लिपिक मान सिंह ने बताया कि मुआवजा पाने के लिए किसान को स्टाम्प पेपर में सत्यापन कराना होता है। लेकिन जमीन का सत्यापन कोई नहीं करता नहीं मिल पाता है।
बरसात से बर्बाद महोबा का पान
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