बनारस शहर आओ। कहीं साड़ी तो कहीं गलइचा शहर में देखने को मिलता है। यहंा के बने गलइचा दूर दूर के शहर तक जाते हैं।
बनारस के हरहुंआ ब्लाक के मोहाव बाज़ार के कल्लू, रमेष और सुरेष ने बताया कि वह लोग पच्चीस साल से गलइचा बनाने का काम करते आ रहे हैं। एक गलइचा बनाने में करीब एक महीना लग जाता है। गलइचा की एक लाइन बनाने में सौ रुपए मिलते हैं। हम दिनभर में एक लाइन बना लेते हंै और सौ रुपए का काम करके अपना और अपने परिवार का पेट चला लेते हैं।
हमारा बनाया गलइचा ज़्यादातर कष्मीर से आए सैनिक लोग खरीद कर ले जाते हैं। कुछ लोग उसको सजावट के लिए रखते हैं तो कुछ लोग रोज इस्तेमाल करते हैं। रंग बिरंगा गलइचा देखने में बहुत ही सुन्दर लगता है। खरीदने का मन नहीं भी होता है लेकिन देखने पर खरीदने का मन करने लगता है। एक गलइचा की कीमत पन्द्रह सौ रूपए से पन्द्रह हजार रूपए तक का बिकता है।