जिला बदायूं। जिले के मूसाझाग थाना क्षेत्र में 31 दिसंबर को दो हवलदारों ने एक चैदह साल की लड़की का अपहरण किया और थाने में ही उसके साथ बलात्कार किया। दोनों हवलदारों को नौकरी से बरखास्त कर दिया गया है। हवलदार अविनाश यादव को 6 जनवरी को बदायूं रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया और दूसरे हवलदार वीरपाल यादव की तलाश जारी है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सख्त कार्यवाही का आदेश दिया है। लड़की के पिता ने बताया कि थाने के एस.एच.ओ. (दरोगा) ने एफ.आई.आर. लिखने से मना कर दिया था। एस.पी. के दखल देने पर ही रिपोर्ट दर्ज की गई। थाना दरोगा राम लखन सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही थाने में रात की ड्यूटी करने वाले हिमांशु शुक्ला और हैड काॅन्स्टेबल उदयवीर सिंह को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
कोर्ट ने उठाया सवाल
जिला बदायूं। मई 2014 में दो लड़कियों की पेड़ से लटकी लाश के मामले में पिछले महीने जांच दल सी.बी.आई. ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि मामला बलात्कार और हत्या का नहीं है। उल्टा सी.बी.आई. का अंदाज़ा था कि परिवार के डर से दोनों ने आत्महत्या की है। इस रिपोर्ट का लड़कियों के परिवार ने विरोध किया था।
6 जनवरी को एक खास कोर्ट ने सी.बी.आई. से सवाल किया कि उन्हें कैसे लगा कि दोनों लड़कियों ने खुद को पेड़ से लटकाया था।