इ गांव में लगभग पचास आदमियन के बी.पी.एल. राशन कार्ड बने हते, पे अब आदमियन के ए.पी.एल. राशन कार्ड बनवा दए हे।
गांव के रहे वाले जमुना ओर प्रहलाद ने बताओ कि हम आदमियन के पास सफेद राशन कार्ड बने हते । पे अब इ पंचवर्षीय में सब के ए.पी.एल. राशन कार्ड बनवा दए हे। जीसे अब हम लोगन खे कोनऊ चीज की सुविधा नई मिलत आय। दो लीटर मिट्टी को तेल भर मिलत हे। हम लोगन खे गेहूं चावल नई मिलत आय। पता नइया काय हम लोगन के बी. पी. एल. राशन कार्ड से ए. पी. एल. राशन कार्ड बनवा दए हें।
प्रधान अरविन्द ने बताओ कि में तीन पंचवर्षीय से प्रधानी चलाउत हों, ओर मेनें अपनी प्रधानी में तो गांव को पूरो विकास करवा दओ हे। अब जा नियम हे। जीखे पास ग्यारह बीघा से नीचे जमीन हे ओर पक्का घर न हो मोटर साइकिल न हो तभई ऊखे बी.पी.एल. को राशन कार्ड बनवा सकत हे। जीखे सफेद से पीले राशन कार्ड हो गए हे। उनके पास सब कछु हो हे। एई से उनके राशन कार्ड बदल गए हे।
बदल गए राशन कार्ड
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