जिला चित्रकूट, ब्लाक मऊ, गांव अहिरी। हिंया का टिन्कू पण्डित एक मेहरिया साथै बलात्कार करिस हवै। हल्ला मचावै मा जान से मारै के धमकी देत रहै। या मामला के रपट मऊ थाने मा लिखाइगे हवै। पुलिस रपट लिख मामला दर्ज करिस हवै। साथै टिन्कू गांव से फरार हवै तौ वहिका ढूढ़ै मा लाग हवै।
मेहरिया का मनसवा बताइस हम बाहर के रहैं वाले हन एक महीना से हिंया रहित हन मैं बम्बी लादै का काम करत हौं। मोर मेहरिया 15 फरवरी 2014 का टट्टी करै कौसकी नदी के पार गे रहै। पता नहीं कहां से टिन्कू पहुंच गा अउर मोरे मेहरिया का मुंह दबा के मार पीट करै लाग अउर फेर बलात्कार करिस हवै। जबै मेहरिया अपने का बचावै का करिस तौ वा जान से मारनै का कहिस। कउनौतान वा जान बचा के घरै आई अउर आपन बीती हम से बताइस। तबै मैं गांव वालेन से कहेंव तौ कुछ लोग कहिन कि पंडित का मामला आय तोर साथ न देइवे कुछ लोग कहिन कि थाने मा रपट लिखवा दे। तबै हम मऊ थाने मा रपट लिखवायेन हन। पुलिस हमका मेडिकल खातिर कर्वी अउर बांदा भेजिस रहै। फेर 19 फरवरी का गांव मा घटना के जघा देखै अउर टिन्कू का पकड़ै आई रहै, पै टिन्कू फरार हवै। या मामला मा मऊ सी.ओ. राजेश सिंह का कहब हवै कि मुकदमा लिख गा हवै। बलात्कारी फरार हवै। वहिका ढूढ़ावा जात हवै। सरकार हमरे ऊपर येत्ता जिम्मेदारी पिछले दुइ महीना से दीने हवै कि हम कुछ कइ नहीं सकित। सरकार का कहब हवै कि मेहरिया के केस के जानकारी खातिर मेहरिया पुलिस का होय का चाही। यहै से हमका कर्वी से होम गार्ड मुन्नी का बुलावा गा। वहिका पहिले समझावा जात हवै कि का, का पूंछै का हवै। तबहूं कइयौ चीजे छूट जात हवैं। हर केस के रिकार्डिग करब जरूरी हवै। या काम मा मोहिका खुदै लागै का परत हवै।
पिछले तीन बरस मा चित्रकूट जिला मा बलात्कार के पुलिस विभाग के अंाकड़ा
2011 2012 2013
13 25 25
अगर देखा जाये तौ पिछले एक महीना मा दस केस बलात्कार के सामने आय हवैं। सरकारी आकड़ा येत्ते कम कसत होइ सकत हवैं।