25 दिसंबर को दुनिया भर में मनाया गया बड़ा दिन या क्रिसमस। हिन्दुओं की दीवाली, मुसलमानों की ईद तो ईसाइयों का है क्रिसमस डे। इस दिन ईसा मसीह का जन्मदिन मनाया जाता है।
ऐसे तो सभी जगह क्रिसमस पर लोग चर्च जाते हैं, घर पर क्रिसमस का खास पेड़ सजाते हैं और परिवार में एक दूसरे को उपहार देते हैं। कोई भी त्यौहार खास खानपान के बिना अधूरा है, और क्रिसमस पर भी लोग मीठा ज़रूर बनाते हैं।
पर कुछ देशों में क्रिसमस को कुछ अलग तरह से भी मनाया जाता है।
यूरोप के जर्मनी देश में बच्चे क्रिसमस पर घर के द्वार पर जूता रखते हैं। सुबह जूते में उन्हें टाफी मिलती है, और जो बच्चे बदमाश हैं, उनके जूते में पेड़ की टहनी रखी होती है।
नौरवे देश में लोग क्रिसमस के एक दिन पहले से सारी झाड़ू छुपा देते हैं ताकि कोई चुड़ैल उन्हंे चुराने ना आए।
वाराणसी के छावनी परिषद के रोमन चर्च में पूरे बनारस से लोग आते हैं। यहंा लगने वाले तीन दिन तक के मेले का आनन्द उठाते हैं।