कोयंबटूर शहर के एक स्कूल के छात्रों ने गिनीज रिकॉर्ड में अपने नाम दर्ज कराने के लिए 2.35 लाख कागज के बने कपों से पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के चेहरे की आकृति बनाई। इसे कागज के कपों से बनी दुनिया की सबसे बड़ी आकृति की श्रेणी में रिकॉर्ड की दावेदारी के लिए भेजा जाएगा।
छठी से लेकर 11वीं कक्षा तक के 167 छात्रों ने 981 वर्ग मीटर क्षेत्र में चार घंटे में यह आकृति बनाई है। छात्रों का मकसद पिछले साल लखनऊ में बने रिकॉर्ड को तोड़ना था। इस रिकॉर्ड में सवा चार घंटे में 627 वर्ग मीटर क्षेत्र में 1.40 लाख कपों का इस्तेमाल कर वोडाफोन का लोगो बनाया गया था।
इस नये रिकॉर्ड को बनाने के लिए छात्रों ने सुबह साढ़े छह बजे अपना काम शुरू किया और इसे सुबह साढ़े दस बजे तक पूरा कर दिया।
गिनीज रिकॉर्ड में शामिल होने का ये इस स्कूल का दूसरा प्रयास है। इससे पहले 2013 में यहां के छात्रों ने 35 हजार पोस्टकार्डों से बाघ की सबसे बड़ी आकृति बनाई थी।