सरकार बी.पी.एल. परिवार के लेल राशन कार्ड बनबई छथिन। ताकि गरीब लोग के राशन के सुविधा मिले । एईके लेल गांव स्तर से लेके राज्य स्तर तक अधिकारी बहाल छथिन। लेकिन अभी भी बहुत लोग राशन कार्ड से बंचित छथिन।
2013 में जे जनगणना भेलई आोई के आधार पर राशन कार्ड बनलई। एई जनगणना में आशा, ए. एन. एम. अउर आंगनबाड़ी सेविका के भी काम मिलल रहई। जेईमें बहुत एईसन लोग रहथिन जे दोसर लोग से काम करयले रहथिन। उनका सबके घरे-घरे जाके जनगणना करे के रहई जे न जाके कलथिन। जेकर कारण हई कि जे सुखी सम्पन्य लोग रहथिन से अपन नाम जोड़वा लेलथिन अउर जे गरीब मजदूर रहथिन उनका नाम से राशन कार्ड बनके न अलई। जेइसेे बथनाहा प्रखण्ड के निर्मला देवी कहलथिन कि हमरा जनगणना भेल लेकिन राशन कार्ड न मिललई। पहिल कार्ड रहलक ह। सीतामढ़ी जिला के हर गांव अउर टोला में इ समस्या हई। एईके लेल आपति फाॅर्म भरलई लेकिन कोई सुनवाई न भेलई।
गरीब लोग के लेल सरकार सब सुविधा देई छथिन। रूपईया भी खर्च करई छथिन लेकिन उनका सबके सुविध न मिलई छई। एई समस्या के दूर करे के लेल अगर सरकार जांच करबइथिन त शायद इ समस्या उनका सबके साथ न रहतियई।