जिला बांदा, ब्लाक महुआ, गांव महुआ अउर नरैनी ब्लाक का गांव पथरा अउर पुकारी। हेंया के बटइहा किसान या साल दैवीय आपदा के कारन फसल खराब होय से भुखमरी के कगार मा हंै। जउन किसानन के नाम जमीन है उनका तौ सरकार कुछ मुआवजा देत है, पै बटाई वाले किसानन का कउनौ लाभ निहाय। उंई ड़ी.एम. से 4 मार्च 2014 का मांग करिन हैं।
महुआ गांव के शिवशंकर, श्यामलाल अउर दयाराम कहत हैं-“हम गरीब हन गांव के बडे भूमि धर के बटाई का खेत लइके परिवार पालत हन। मोल खाद बीज खेतन मा लइके डाला है। या साल बीज नहीं वापस होय का आय। यहिसे सोचत हन कि शासन से कउनौ इनतान का नियम लागू होइ जाय कि बटइहा किसान भी मुआवजा पावैं लागै।” पथरा गांव के सुनीता, रामकली अउर पुकारी गांव के राम किशोर कहत हैं कि हम लोग भी या साल हमार सबै फसल बेमौसम बारिस अउर ओला गिरैं के कारन बरबाद होइगे है। जेहिके नाम जमीन होत है उंई किसानन का सूखा अउर बारिस से फसल खराब होय का मुआवजा मिलत है। जब कि खेत मा लाग मेहनत अउर रूपिया तौ बटइहा किसान का ही लागत है, तौ मुआवजा के हकदार भी बटइहा किसान होत हैं, पै मुआवजा हमका नहीं मिलै।
डी.एम. सत्येन्द्र कुमार कहत हैं कि बटइहा किसान का मामला हमारे जानकारी मा है। चुनाव के कारन कुछ नहीं होइ सकत चुनाव के बाद ही या मामला मा कुछ सोचा जा सकत है।
बटइहा किसान करैं मुआवजा के मांग
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