जिला बीरभूम, पश्चिम बंगाल। बीरभूम जिले के एक गांव में 21 जनवरी को पंचायत के आदेश पर एक बीस साल की लड़की का सामूहिक बलात्कार किया गया। लड़की अस्पताल में भर्ती है। ग्यारह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पंचायत के लोगों को दूसरी जाति के लड़के से गांव की लड़की की दोस्ती मंज़ूर नहीं थी। पहले दोनों से पच्चीस-पच्चीस हज़ार रुपय जुर्माना मांगा गया। इसके बाद पंचायत के मुखिया सुनील सोरेन और बाकी लोगों ने तय किया कि दूसरी जाति के लड़के से प्यार करने की सज़ा के रूप में लड़की का बलात्कार किया जाएगा। सुनील सोरेन खुद भी इसमें शामिल थे और इस समय पुलिस की गिरफ्त में है। लड़की के बयान के अनुसार कम से कम ग्यारह लोगों ने उसका बलात्कार किया। इनमें से कई लोग उसके पड़ोसी हैं जिन्हें परिवार सालों से जानता है।
राज्य में महिलाओं के खिलाफ हिंसा का यह दूसरा बड़ा मामला कुछ ही हफ्तों के भीतर सामने आया है। पिछले साल मध्यमग्राम गांव की लड़की का बलात्कार हुआ था जिसके बाद उसके परिवार को परेशान किया गया और फिर दिसंबर में उसे जि़ंदा जलाकर मार दिया गया। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणामूल कांग्रेस की सरकार पर महिलाओं की बढ़ती असुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं।