रेखा बन गईं सुपर नानी। यानी बेमिसाल नानी की भूमिका में रेखा नज़र आने वाली हैं। फिल्म सुपर नानी के चारों तरफ ही घूमती है। फिल्म में रेखा एक घरेलू औरत के रूप में नज़र हैं। खुद के बच्चों फिर उनके बच्चों के लिए नानी सुबह से लेकर शाम तक घर संभालती हैं। जैसा की हमेशा होता है घर पर रहने वाली औरत को हमेशा नीचा ही समझा जाता है। नौकरी पेशा वाले बच्चे और उसका पति भी उसे इज्ज़त नहीं देते हैं। लेकिन इंटरवल के बाद आता है नानी का नाती। वह अपनी नानी को परिवार के लोगों को सबक सिखाने के लिए तैयार करता है। अब सुपर नानी घरेलू औरत की जगह एक पेशेवर औरत बनती हैं। अरे भाई नौकरी वौकरी नहीं वह तो सीधे मॉडल बनती हैं। अनुपम खेर और उनके नाती बने शरमनजोशी पूरी योजना बनाते हैं। हमेशा पारंपरिक दिखने वाली नानी जब माडर्न पहनावे और तरीके के साथ घर में घुसती हैं तो सब हक्के बक्के रह जाते हैं। कुल मिलाकर फिल्म भारत में रह रही ज़्यादातर औरतों की कहानी है। फिल्म के जरिए यह बताने की कोशिश की गई है कि घर में घरेलू औरतों का योगदान किसी नौकरी पेशा औरत से ज़्यादा ही होता है। अगर वह भी चाहे तो बाहरी दुनिया में बेहतर जगह बना सकती है।
फिल्मी दुनिया से – सुपर नानी रेखा
पिछला लेख
अपने ही देश में नस्लभेद
अगला लेख