कलाकार – विद्या बालन, इमरान हाश्मी, राजकुमार राव
निदेशक – मोहित सूरी
फिल्म की कहानी परंपराओं को तोड़ते हुए एक अनोखी प्रेम कहानी है। विद्या बालन एक परंपरागत घर में पली लड़की हैं जिसकी शादी उनके पिता की मज़र््ाी से होती है। उसकी शादी एक ऐसे आदमी (राजकुमार राव) से होती है जिसके लिए पत्नी एक इंसान नहीं, एक चीज़्ा है। वह उसके हाथ में अपना नाम गुदवाता है और कहता है कि अब तुम बस मेरी हो।
ठूंस ठूंसकर भरे गए संस्कार विद्या को सब सहने को मजबूर करते हैं। लेकिन एक दिन उसका पति किसी काम से बाहर जाता है फिर पांच सालों तक नहीं लौटता। इस बीच विद्या का एक बेटा भी हो जाता है। विद्या गले में मंगलसूत्र डाले अपने पति का इंतज़्ाार करती है, लेकिन फिर विद्या की मुलाकात होती है इमरान हाश्मी से।
इमरान उसे दिल से चाहता है। उससे शादी करना चाहता है। लेकिन इस बीच कहानी नया मोड़ लेती है। विद्या का पहला पति वापस आ जाता है पर अब पुलिस उसके पीछे पड़ी है। आगे कैसे संस्कारों में डूबी विद्या अपनी जि़्ांदगी की दिशा तय करती है, ये दिखाया गया है।
तीनों किरदारों को काफी गहराई से दिखाया गया है। इमरान हाश्मी, राजकुमार राव और विद्या बालन ने अपनी-अपनी भूमिका बखूबी निभाई है पर कहीं ना कहीं फिल्म की कहानी अपने आप में कुछ नया नहीं दिखाती। विद्या बालन का किरदार परंपराओं को तोड़ता है पर ऐसा कई और फिल्मों में और बेहतर दिखाया जा चुका है।