दिल्ली। कमज़ोर मानसून रहने का असर प्याज़ और आलू के दामों पर सीधा पड़ा है। सबसे ज़रूरी सब्ज़ियों के दामों में बढोत्तरी के कारण देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। दोनों की कीमत 30 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है। सरकार इससे निपटने के लिए इन दोनों को एक कानून के दायरे में ले आई है। इस कानून का नाम है आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955।
पेट्रोल और डीज़ल के दाम भी बढ़े
पेट्रोल और डीज़ल 1 जुलाई से और महंगे हो गए। पेट्रोल 1.69 रुपए प्रति लीटर जबकि डीज़ल 50 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है। यह कीमत केंद्र की तरफ से बढ़ाई गई है जबकि अलग अलग राज्यों में वहां पर लगने वाले टैक्स के अनुसार आम जनता को कीमत इससे ज़्यादा चुकानी पडेगी।
क्या है आवश्यक वस्तु अधिनियम
आवश्यक वस्तु अधिनियम एक कानून है जो खाद्य पदार्थ, दवाओं, ईंधन आदि को आम जनता तक ज़रूरी तौर पर पहुंचाने के लिए बनाया गया है। अब इसमें प्याज़ और आलू भी शामिल हो गए हैं। सरकार इस कानून के तहत इन चीजों की बड़े बड़े व्यापारियों द्वारा जमाखोरी रोकने की कोशिश करती है। राज्य सरकारें यह तय करती हैं कि कोई भी व्यापारी इन चीजों को किस मात्रा में जमा कर सकता है। इसके अलावा सरकार मंडी में इन्हें कम दामों में उपलब्ध भी कराती है।