जिला बांदा, ब्लाक बबेरू, कस्बा बबेरू। हेंया के कउनौ चैराहन मा पेशाब घर निहाय। यहिसे आवै जाय वाले हजारन मड़इन का परेशानी का सामना उठावैं का परत है।
कस्बा के पुरानी तहसील मोहल्ला के संजय अउर खूरा का कहब है कि हमरे पिछवारे पुरान तहसील है। मड़इन का होंआ घूम के पेशाब करै जाय का परत है। यहिनतान खलिकुन कहत है कि मैं चालिस साल से सब्जी के दुकान लगावत हौं, पै पेशाब करैं खातिर जघा निहाय। दिन दिन भर बैठ रहत हौं जो मैं पेशाब करै जात हौं तौ जानवर मोर सब्जी खा जात है।
यहिनतान मढ़ी दाई ओरन चैराहा का राहुल अउर बुढ़ौली गांव का लक्ष्मी बताइन कि यतने बड़े चैराहा मा कतौ पेशाब करै खातिर जघा निहाय। पेशाब करैं एक किलो मीटर दूरी जाय का परत है। जो हेंया कतौ जात हन तौ मड़ई लड़ै लागत है। यहिसे लागत है कि पेशाब घर बन जाय तौ नींक होई जाय।
बबेरू नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी रामेश्वर प्रसाद का कहब है कि हम रेडीमेट पेशाब घर खातिर चार महीना पहिले प्रस्ताव बनावा है। बजट भी पास होइगा है। जेहिमा बारह रेडीमेट पेशाब घर हर वार्ड अउर चैराहन मा धरवाये जइहें। जइसे सुन्दर कुंआ तिराहा, पुरानी तहसील तिराहा, मर्का रोड तिराहा अउर कमासिन रोड तिराहा मा धरवाये जइहैं। आठ वार्ड मा पेशाब घर खातिर चार लाख का बजट आई तौ धरवा दीन जई। काहे से कस्बा के अंदर कउनौ मड़ई पेशाब घर नहीं बनावै देत आय।
पेशाब करै खातिर भटकत मड़ई
पिछला लेख