जिला बांदा ,ब्लाक बबेरू, कस्बा मुरवल अउर बिसण्डा ब्लाक का कस्बा बिसण्डा मोहल्ला दसवन्त थोक। मुरवल के केतकी सात साल से विकलांग पेंशन खातिर परेशान है। यहिसे समाज कल्याण मा दरखास दिहिस है। बिसध्डा कस्बा के कइयौ मेहरिया रानी लक्ष्मीबाई पेंशन न मिलै से 21 जनवरी 2014 का अतर्रा तहसील दिवस मा दरखास दिहिस हैं।
केतकी कहिस-“मैं दूनौ गोड़ से विकलांग हौं। पहिले विकलांग पेंशन मिलत रहै। पै अब सात साल से पेंशन मिलब बंद है। यहिसे अब मोर घर खर्चा रूक गा है। मोर तीन बच्चा हैं। तीनौं के पढ़ाई बंद है। रूपिया के कारन उनके पढ़ाई बंद होई गे है। विकलांग समाज कल्याण के छोट बाबू राम प्रसाद का कहब है कि लेखपाल गलत रिपोर्ट लगाइस है। या मारे वहिके पेंशन कट गे है। अब वा नये सिरे से खाता खोलावै । डाक्टरी रिपोर्ट लगावै अउर दूसर फारम भरै तौ दुबारा पेंशन मिलै लागी।
बिसण्डा कस्बा के कमला, मुन्नी, भोलुआ, भगोनिया बताइन कि दुई साल पहिले रानी लक्ष्मीबाई पेंशन खातिर फारम भर के वार्ड सदस्य पुरूषोत्तम यादव का दीन है, पै हमार पेंशन अबै तक नहीं मिली आय। अबै तक इंतजार मा रहें हन। अब पेंशन मिलै के आसरा निहाय। या मारे तहसील दिवस अतर्रा मा 21 जनवरी 2014 का दरखास दीन है। सुनवाई न होई तौ बांदा मा भी दरखास देबे। काहे से हमरे साथ फारम भरैं वाले कइयौ जने का पेंशन मिलै लाग है। वार्ड सदस्य पुरूषोत्तम यादव का कहब है कि फारम नगर पंचायत मा धरे हंै। बांदा तक नहीं पहुंचे आय तौ पेंशन काहे मा मली। काहे से हेंया का अधिशाषी अधिकारी अउर चेयरमैन बांदा के एस.डी.एम. अउर तहसीलदार हैं।
पेंशन न मिलैं से परेशान मड़ई
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