नई दिल्ली। पूर्वोत्तर के लोगों के ऊपर हमले लगातार हो रहे हैं। ताज़ा मामला दक्षिण दिल्ली के कोटलामुबारकपुर का है। यहां उन्न्तीस साल के अख्खा सेलाउनी को कुछ लोगों ने इतना मारा कि उसकी मौत हो गई। वह वसंतकुंज के मसूरपुर इलाके में रहता था। 20 जुलाई रात करीब एक बजे वह अपने दोस्त के घर आ रहा था। वह और उसके दो और दोस्त आॅटोरिक्शा में थे। रिक्शा रुकते ही सामने एक कार रुकी जिसमें से पांच लड़के निकले। सेलाउनी के दोस्तों ने बताया कि हम लोग जैसे ही आॅटो से बाहर निकले उन लड़कोें ने हमला कर दिया। हम दो लोग तो भाग निकले लेकिन सेलाउनी फंस गया।
हिंसा के कारणों और समाधान के लिए सौंपी रिपोर्ट
पूर्वोत्तर परिषद के सदस्य एम.पी.बेजबरुआ की अध्यक्षता वाली कमेटी के सदस्यों ने गृहमंत्रालय को इस तरह की हिंसा और नस्लभेद के बारे में एक रिपोर्ट सौंपी है। इस रिपोर्ट में हिंसा के कारणों और तरीकों को बताने के साथ ही इसे रोकने के उपाए भी सुझाए गए हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में रह रहे पूर्वोत्तर के निवासियों पर हो रही हिंसा को रोकने के लिए इस कमेटी का गठन 6 फरवरी 2014 को हुआ था।
लोगों ने किया प्रदर्शन
सेलाउनी की मौत के बाद 22 जुालई को पूर्वोत्तर के छात्र छात्राओं ने जारी हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रही एक छात्रा ताबा दोनी ने कहा कि हमारे साथ हर मामले में भेदभाव होता है। चाहे वह किराए के मकान की बात हो या फिर आॅटो रिक्शे के किराए की बात। प्रदर्शन में पहुंची सत्ताइस साल की बेबरमा ने कहा कि शारीरिक, मानसिक हर तरह की हिंसा हम पर होती है। ऐसे मामलों में पुलिस की संवेदनहीनता का अंदाज़ा इसी से लगता है कि इस मामले के बाद पुलिस ने कहा कि सेलाउनी की मौत का कारण ज़्यादा शराब पीना था।