नई दिल्ली। यहां के चिराग दिल्ली इलाके में 29 मई 2013 को एक 26 साल की महिला की मौत रहस्यमय परिस्थितियों में हुई और पुलिस ने जांच में दिखाई लापरवाही।
महिला भारत के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर से थी। वह दिल्ली में अकेली रहती थी।
29 मई की रात को महिला की लाश उसके कमरे में मकान मालिक ने पायी। महिला की नाक काट दी गयी थी और उसके शरीर के अन्य हिस्से भी नहीं मिले। शरीर में खरोचों के निशान भी मिले।
केस मालवीय नगर पुलिस थाने में दर्ज हुआ और एफ.आई.आर. में केवल आत्महत्या की 306 की धारा लगाई गई। पूर्वोत्तर भारत की महिलाएं अक्सर हिंसात्मक व्यवहार का शिकार होती हैं। ऐसा माना जाता है कि ये महिलाएं खुले विचार की होती हैं और इसलिए किसी के लिए भी उपलब्ध होती हैं। उनके चाल चलन पर अक्सर सवाल उठाए जाते हैं। दिल्ली पुलिस के इस केस के रवैये से ऐसा सामने आ रहा है कि कहीं न कहीं वे भी इस सोच से प्रभावित हैं।
दिल्ली की महिलावादी कार्यकर्ताओं ने इस केस को फिर ज़ोरों से उठाया है और पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों ने भी धरना प्रदर्शन कर के पुलिस पर जोर डाला है। शव को फिर से पोस्ट मार्टम के लिए भेजा गया है और जब इसकी रिपोर्ट आएगी तभी पता चलेगा की मौत का सही कारण क्या है। परिवार वालों का कहना है कि उन्हें हत्या का शक है।
पूर्वोत्तर की महिलाएं असुरक्षित
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