जिला महोबा ब्लाक कबरई, कस्बा कबरई थाना क्षेत्र की एक लड़की ने आरोप लगाया कि उसके मोहल्ले का साजन नाम का लड़का कई दिनों से परेशान कर रहा था। जब मैंने लड़के की बात नही मानी तो उसने मेरी चैट मेरे ससुराल वालों को भेज दिया। जिससे मेरा पूरा परिवार परेशान है। इसकी दरखास हमने 21 मई को कबरई थाना में दी थी। पर पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाही नही की है। जिससे अपराधी के हौसले बुलंद हैं।
पीड़ित लड़की के पिता ने आरोप लगाया कि साजन नाम का लड़का हमारी लड़की को पहले से परेशान कर रहा था। उसके घर उलाहना भी दिया। पर परिवार वालो ने लड़के को नही रोका। हमने परेशान होकर 2019 में अपनी लड़की की शादी कर दी। वह लड़का हमेशा लड़की को धमकी देता था कि अगर मुझसे बात नही करोगी तो तुम्हारे sms और रिकार्डिंग सबको दिखा दूँगा। डर की वजह से लड़की उस लड़के से बात करती रही। अब वह लड़का हमारी लड़की को ब्लैकमेल कर रहा है। आरोप लगाया कि जब पुलिस के पास गए थे तो पुलिस ने हमे ही डांट कर भगा दिया। दरोगा कह रहा था की तुम्हारी लड़की की ही गलती है तुमने पहले अपनी लड़की को क्यों नही संभाला। उसने चैट और रिकार्डिंग ही तो भेजी है कौन से तुमसे रुपये पैसे मांग रहा है, जो ब्लैकमेल कर रहा है।
पीड़ित लड़की ने बताया कि मार्च के महीने में हम अपने ससुराल से अपने मायके आये थे। एक दिन हम अपने दरवाजे पर खड़े थे तभी साजन आया और मुझे अपना नंबर एक कागज में लिख कर फेका, धमकी दी कि अगर तुम बात नही करोगे तो हम तुम्हारे सारे sms और कॉल रिकार्डिंग सबको भेज देंगे, हम डर गए। एक दिन वह हमारे साथ छेड़छाड़ कर रहा था।
यह सारी बात हमने अपने घर वालो को बता दी। जिससे साजन ने हमारे सारे sms और रिकार्डिंग ससुराल वालों को भेज दिया है।हमने सारे स्क्रीन शॉट, ऑडियो रिकॉर्डिंग सहित दरखास कबरई थाना में दी थी। सारा प्रूफ होने बाद भी पुलिस कोई कार्यवाही नही कर रही है। कबरई थाना की पुलिस अपराधी को पकड़ ले गयी थी।
4 दिन तक उस अपराधी को थाने में बैठाए थी। उसके बाद छोड़ दिया, अपराधी खुलेआम घूम रहा है। हर रोज वह गाली गलौज करता है धमकी देता है कि अभी सिर्फ ससुराल भेजा है। अभी तो हम इंटरनेट पर भी डाल देंगे, हमारा कोई कुछ नही बिगाड़ सकता। पुलिस भी आती है तो हमें ही धमकी देती है, की तुम गलत हो। तुम क्यों बात कर रही थी।
कबरई थाना के थाना प्रभारी देवेंद्र शुक्ला ने बताया कि तहरीर मिली थी। उस लड़के के खिलाफ धारा 406, 509 और धारा 66A के तहत 3 जून को मुकदमा लिखा गया है। कार्यवाही हो रही है। जब हमने अपराधी को छोड़ने वाली बात पूछी तो वह भड़क गए, क्या करें सबको जेल भेज दे। वह गरीब परिवार है, उसकी माँ रोज आती थी, हाथ पैर पकड़ती थी। इसलिए छोड़ना पड़ा। गलती लड़की की है। आगे की जांच हो रही है, जो जांच में पाया जाएगा कारवाही की जाएगी। सवाल ये है कि पुलिस बिना जांच किये ही लड़की को दोषी बना रही है, आख़िर क्यों? जब पुलिस ही अपराधी को छोड़ रही है तो अपराध कैसे रुकेंगे। ये पितृसत्ता सोच से कब महिलाओं को छुटकारा मिलेगा,
सवाल ये भी है कि आखिर लड़की की गलती क्या है, सिर्फ यह कि वह डर की वजह से उस लड़के से बात कर रही थी। क्या उस आरोपी की कोई गलती नही है, जो धमकी देकर उस लड़की को ब्लैकमेल कर रहा था। पुलिस प्रशासन को उस लड़के की कोई गलती नही दिखी, जो लड़की बोल रही है उसका कोई मतलब नही है।
दोस्तो ऐसे ही एक और मामला महोबा जिला के कबरई थाना क्षेत्र के एक गाँव का निकल आया। जहाँ पर एक नाबालिक लड़की ने अपने ही मोहल्ले के लड़के के ऊपर 3 महीने पहले रेप करने का आरोप लगाया है। जिससे लड़की गर्भवती हो गई है। इसकी सूचना जब पीड़ित परिवार को पता चली तो न्याय के लिए 6 जून को कबरई थाना में दरखास दी।
पीड़ित लड़की ने बताया कि मैं खेत में बकरी चराने जाती थी।एक दिन मोहल्ले का राजकिशोर नामक लड़का अकेला देखकर मेरे पास आया और मुझे जबरदस्ती घसीट कर झाड़ियों के पीछे ले गया। मैंने चिल्लाने की कोशिश की तो मुझे तमंचा दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। मेरे साथ बलात्कार किया और धमकी दी कि अगर किसी से बताया तो तुम्हे और तुम्हारे पिता को जान से मार देंगे। डर की वजह से मैंने यह बात यह बात किसी से नही बताई।
लड़की के पिता के कहा कि वह खेत मे रहता था। घर मे बच्चे रहते थे। बच्चों की माँ पचपन में खत्म हो गई थी। लड़की गर्भवती होने की बात हमे गाँव के लोगो से पता चली। हमने अपनी लड़की के साथ मारपीट की तो लड़की ने सारी बात बताई। इसकी दरखास हमने कबरई थाना में दी है। पर अभी तक कोई करवाई नही हुई है।
इस पूरे मामले को लेकर जब हमने गाँव मे लोगो से बात की तो लोगो ने बताया कि लड़की की माँ बचपन मे खत्म हो गई थी इसलिए कोई देखने सुनने वाला नहीं था। जब लड़की का पेट दिखने लगा तो गाँव में चर्चा होने लगी। यह बात जब लड़की के बाप को पता चली तो दोनों पक्ष प्रधान के पास गए, वहां पर पंचायत लगी रही 4 से 5 घंटे था। पीड़ित लड़की का पिता सबके हाथपैर जोड़ रहा था कि लड़की को लड़के वाले अपना कर शादी कर ले। पर आरोपी परिवार नही मान रहा, जब पंचायत में कुछ नही हुआ तो कबरई थाना में दरखास दी, 3 दिन तक थाना के चक्कर काटने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई।
थाने में पुलिस और कुछ राजनीति दल के नेताओ ने कई तरह से दबाव बना कर और धमकी देकर जबरजस्ती राजीनामा करवा दिया। अगर हम सूत्रों की माने तो राजीनामा में पीड़ित परिवार को एक लाख रुपये दिया गया है। जिससे पीड़ित लड़की का अबॉर्शन करवाया जा सके। पीड़ित परिवार अपने बच्चों के साथ गाँव छोड़कर कही चला गया है।
जब इस मामले को लेकर हमने दुबारा से कबरई एसओ से बात की तो उन्होंने कहा कि दोनों परिवार ने राजीनामा अपने से कर लिया है। हमे लिखकर दे गए है। अब ये उनका आपसी मामला है क्या करते है क्या नही। आख़िर पुलिस अपराधियों पर कार्यवाही करने से क्यों कतरा रही है। कहीं कार्यवाही न होने के कारण किसी राजनीति नेता का दबाव तो नही।