प्रधानमंत्री ने कच्छ में पुलिस महानिदेशकों के तीन दिवसीय सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘संवेदनशीलता पुलिस प्रणाली का अहम तत्व होना चाहिए और एक लचीली संस्थागत रूपरेखा बनाई जानी चाहिए जिससे पुलिस बल में नागरिकों के प्रति संवेदनशीलता पैदा करने में मदद मिल सकती है।’ प्रधानमंत्री ने देश के करीब 100 शीर्ष पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस के कामकाज में स्थानीय समुदायों को विश्वास में लेना चाहिए और अपराधों से निपटने में तकनीक का इस्तेमाल करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘पुलिस बलों को स्थानीय समुदायों के साथ संपर्क स्थापित करना चाहिए और इसका एक तरीका है कि समुदाय के लोगों की सफलता और उपलब्धियों का जश्न मनाना चाहिए।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि जब लोग अपनी उपलब्धियां मनाने थानों में आएंगे तो उनमें पुलिस अधिकारियों द्वारा किये गये कामकाज के लिए व्यापक समझ पैदा होगी और सम्मान विकसित होगा।
प्रधानमंत्री ने साइबर सुरक्षा, डिजिटल तकनीक और सोशल मीडिया जैसे विषयों पर बात की और कहा, ‘पुलिस अधिकारियों को अपने कामकाज में उभरती तकनीक का प्रभावी तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए।’ तीन दिन के सम्मेलन में बातचीत की गुणवत्ता और गहनता पर प्रसन्नता जताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह पुलिस बल के समर्पण और पेशेवर क्षमता का संकेत है। उन्होंने पर्यटन पुलिस व्यवस्था, आपदा प्रबंधन और पुलिस प्रशिक्षण के विषयों पर भी विचार रखे। प्रधानमंत्री ने यहां योग भी किया।
पी एम मोदी बोले संवेदनशीलता पुलिस प्रणाली का अहम तत्व
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