महोबा जिला तालाबों का गढ़ माना जाता है। फिर भी लोग पीने के पानी की बूंद-बूंद के लिए तरसते हैं।
महोबा शहर के श्याम ओर बैरागी नयापुरा नैकाना मोहल्ला में बीस साल से रहते हैं। वहां की पाइप लाइन टूटकर खराब पड़ी है।
ब्लाक पनवाड़ी, गांव कोनिया में हैण्डपम्प तीन महीने से खराब पड़े हैं। पीने का पानी नदी से भर कर लाते हैं जिसके पीने से हम और हमारे जानवर बीमार हो जाते हैं पर शासन प्रषासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
ब्लाक जैतपुर। गांव महुआ बांध में पथरीली ज़मीन होने के कारण तालाब भी सूख गए हंै। हैण्डपम्प में पानी नहीं आ रहा है।
कैथोरा गांव के प्रेमनारायण ओर छबरानी बताती हंै कि ऐसी गर्मी में आदमी और जानवर बूंद बूंद पानी को भटकते फिरते हंै, फिर भी कोई ध्यान नहीं देता है।
सिविल जल निगम के सहायक अभियंता सुनील कुमार तिवारी ने बताया कि महोबा कस्बे में ज़्यादा उंचाई और कम बिजली होने के कारण पानी नहीं पहुंच पाता था। इसलिए 23 मई 2014 को डी.एम. के आदेश से वहां जनरेटर लगा दिया जाएगा।
एस.डी.एम. सत्यप्रकाश राय ने कहा कि पूरी कोशिश रहती है कि लोगों को ज़्यादा से ज़्यादा सुविधा मिले। शिकायतों को तुरन्त लिखकर, उनकी कारवाही करने की कोशिश भी रहती है। अभी केन्द्र सरकार से कोई मांग नहीं कर रहे हैं क्योंकि सरकार नई है। उम्मीद है कि राज्य सरकार कोई कदम उठाएगी।
पीने के पानी के लिए तरसा महोबा
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