जिला महोबा, ब्लांक जैतपुर, गांव केथोरा। ई गांव की आबादी तीन हजार हे। चार हैण्डपम्प लगे हें जीमे दो हैण्डपम्प एक साल से खराब परे हें। जीसे आदमियन खा पिये को पानी भरे खे लाने एक किलोमीटर दूर जाने परत हे।
प्रेमनारायण ओर छबरानी ने बताओ कि जोन दो हैण्डपम्प सई हें ऊखो पानी खारा हे। जीसे हमे मजबूरी में खारा पानी पीने परत हे। नई तो एक किलो मीटर दूर से पिये खे लाने पानी लाउत हें ।
राजकुमार वर्मा ओर रामअवतार ने बताओ कि हमाये गांव मे टंकी भी बनी हे, पे एते बिजली के कटोती के कारन टंकी को पानी सप्लाइ्र्र नई होत आय। एई से हम खा पानी की बोहतई परेशानी होत हे। एई से हम सोचत हें कि हैण्डपम्प बन जाये तो नींक हो जेहे। काय से एसी गर्मी में आदमियन न जानवर भी बूंद-बूंद पानी खा तरसत हें।
प्रधान विमला के आदमी रामाधार ने बताओ कि एते पथरीली जमीन होय खे कारन पानी नई निकरत हे। अगर गहरा बोर करवाओ जात हे तो ऊ दो-तीन साल के बाद धंस जात हे। 2006 में टंकी लगी हती। ऊ 2006 में चालू हो गई हे, पे गांव के आदमी ऊखे बिल भी जमा नई करत हें। ओर टंकी फोड़ के सटर डार के पानी भरें खे कोशिश करत हे।
पिये के पानी खा भटकत
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