आपको पता है पतंजलि और हिमगंगे तेल के कितने फायदे होते है क्योंकि उसमें पिपरमेंट पड़ा होता है। महोबा जिले के लमौरा गांव में पिपरमेंट की खेती होती है पिपरमेंट की फसल तैयार होने में तीन महीनें लगते हैं और इसमें खाद भी डाली जाती हैं।
लक्ष्मण का कहना है कि पिपरमेंट की खेती में यूरिया वाली खाद डालते हैं। इसके साथ ही गोबर की खाद भी डालते हैं। मैयादीन का कहना है कि पिपरमेंट की फसल जब तैयार हो जाती है तो उसको काटकर मशीन में पेरवाकर ड्रमों में भर दी जाती है फिर उसको दुकानों में भेंज दिया जाता हैं।
इस पिपरमेंट से बननें वाले ठंडे तेल के हजारों फायदे हैं जैसे चोट, हाथ पैर में ऐंठन, जुकाम, सर दर्द, पेट दर्द आदि में काम आता हैं।
रिपोर्टर-श्यामकली
Published on Dec 13, 2017