महोबा शहर, मथुरनपुरा। ई मोहल्ला में हजार के आवादी में दलित आदमी रहत हे। जोन बूंद-बूंद पानी खा तरसत हे। जीसे आदमियन ने 23 जून खा डी.एम. खा दरखास दई हे, पाइप लाइन डरवा के पानी के मांग करी हे।
मनीष, आकाश, विनोद, बाबूलाल ओर राकेश कुमार कहत हे कि एक साल पेहले जल निगम के द्वारा पाइप लाइन बिछि हती। जोन चेयरमैन पुष्पा अनुरागी के एते तक परी हती ओर चेयरमैन के मना करे से हमाये मोहल्ला में नई डारी हती।
हरीशंकर, सुधीर, कामता प्रसाद, मुकेश ओर छोटी कहत हे कि हम हैण्डपम्प को पानी पियत हे। ऊमें भी पानी नई निकरत हे। चलाउत-चलाउत थक जात हे। रात दिन लाइन लगा के नम्बर लगाने परत हे, एई से 23 जून खा महोबा डी.एम.खा दरखास दई हे। पाइप लाइन बिछायें ओर पानी की मांग करी हे।
डी.एम. वीरेश्वर सिंह ने दरखास खा गम्भीरता से लओ ओर जल निगम विभाग खा फोन करके पाइप लाइन डरवाये को आदेश दओ हे।
तहसील को नजारा
महोबा तहसील परिसर मे फ्रीज धराओ गओ हतो। आयें-जायें वाले किसान जा फिर आम आदमी खा ठंण्डा पानी पिये खा मिल सके। पे ई साल पूरी मार्च से लेके जून निकर गओ कोनऊ खा बूंद भर पानी नई पाओ हे। आदमी आपन प्यास बुझायें के लाने पाउच खरीद के प्यास बुझाउत हे। जभे की हर महिना के पेहले ओर तीसरे मंगलवार खा तहसील दिवस मनाओ जात हे। जीमें हजारन की संख्या में आदमी दरखासे लेके आउत हे। सुबेरे से लेके शाम तक आदमी की भीड़ लगी रहत हे। अधिकारी भी आउत जात हे। आज तक ई फ्रीज में कोनऊ भी अधिकारी की नजर नई परी हे।
श्रीनगर क्षेत्र कोे मुन्नीलाल कहत हे अगर रूपइया खुला न होंय तो प्यासन मर जायें। अधिकारियन खा आदेश करें पें सब कछू मिल जात हे। एई से कोनऊ की समस्या समझ में नई आउत हे। महोबा तहसीलदार राकेश कुमार गुप्ता बताउत हे कि ऊ खराब हे। सुधरायें के लाने दस हजार रूपइया की जरूरत हे। ईखे लाने लिख पढ़ी करी जात हे। बजट आ जेहे तो सुधरवा के ताला खोल दओ जेहे।