अरे गिलहरी सुन-सुन-सुन,
दाना खाजा चुन-चुन-चुन।
रेशम जैसी पूंछ तुम्हारी,
प्यारी लगती काली धारी।
फुदक-फुदक कर चलती है,
कितनी प्यारी लगती है।
नाम-उपासना, कक्षा-दो
ब्लाक कबरइ, गांव बघारी, जिला महोबा
खबर का अम्बार
हमने सुना एक समाचार
ओ खबर लहरिया अखबार
बार बार पढ़ने को मिलता है अखबार
न्यूज सुनियोजित लिखिता बड़े ढंग से बार बार
ळोरी लाल पढ़ा अखबार का सार बार बार
रोज अतर्रा तहसील आता है अखबार
भाषा की सुशीलतों पढ़ने में मिलती है आपार
न्यूज सुिनयोजित ढंग से लिखता है बार बार
भाषा प्रिय लगती हे अखबार की बार बार
संतू आशू होरी लाल वर्मा
अतर्रा, जिला बांदा