आतंक के मुद्दे पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा आरोपों के जवाब में पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में आरएसएस और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को टारगेट किया।
पाकिस्तान के दूत साद वाराइच ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को ‘फासीवादी’ और ‘आतंकवाद के प्रजनन स्थल’ के रूप में पेश किया। वाराइच ने अपने बयान में कहा ‘हमारे क्षेत्र में आतंकवाद का प्रजनन स्थल और फासीवाद का केंद्र आरएसएस है। इनके द्वारा पूरे भारत में धार्मिक श्रेष्ठता का दावा किया जाता है।’
भारत की बराबरी करने के उद्देश्य से वाराइच ने इसी साल जुलाई में असम में जारी एनआरसी का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा, ‘ऐसे देश में जहां ईसाई और मुस्लिम समेत सभी अल्पसंख्यकों को सार्वजनिक रूप से हिंदूओं की भीड़ द्वारा मौत के घाट उतार दिया जा रहा है। जहां समझौता हमले के अपराधियों को राज्य का संरक्षण प्राप्त होता है।
उन्होनें कहा, जहां खुलेआम हिंदुओं की धार्मिक श्रेष्ठता की वकालत करने वाला एक चरमपंथी हिंदू योगी आदित्यनाथ देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बन जाता है। जहां असम में बंगालियों की नागरिकता के अधिकार को मनमाने ढंग से रद्द कर दिया जाता है और जिन्हें अचानक से ही राज्यविहीन बना दिया गया है। और जिन्हें एक प्रमुख भारतीय नेता द्वारा ‘दीमक’ कहा जाता है। जहां चर्च और मस्जिदों को जला दिया जाता है। निश्चित रूप से वो देश दूसरों को उपदेश देने की योग्यता नहीं रखता है।’