जिला महोबा। जिले के अलग-अलग इलाकों में पहाड़ों की खुदाई और ब्लास्टिंग से सनसनी का माहौल छाया हुआ है। पहाड़ और पत्थर की गहरी खदानों के कारण हर महीने कोई न कोई दुर्घटना की खबर सामने आ रही है।
ब्लाक कबरई, गांव डहर्रा। 13 दिसंबर की शाम छह बजे के आसपास गांव के पहाड़ में खुदाई और ब्लास्टिंग का काम चल रहा था। नियम के अनुसार इस काम को सिर्फ दोपहर बारह से दो बजे तक होने की अनुमति है। अचानक आकाषीय बिजली गिरने से करीब छह पहाड़ों में विस्फोट हुए। इनमें से एक में मज़दूर सिद्धगोपाल के सिर पर पत्थर लगने से गहरी चोट आई और वहीं उसकी मौत हो गई। कुछ और मज़दूर घायल हुए।
घायल हुए रघुनाथ ने बताया कि पहाड़ में ब्लास्टिंग करने की तैयारी हो रही थी जब बारिश होने लगी और बिजली गिरी। घटना की सूचना महोबा कोतवाली में दी गई और मौके पर डी.एम., एस.पी. और सी.ओ. के साथ कोतवाली से पुलिस जांच के लिए पहुंची।
महोबा कोतवाल एम.पी. सिंह ने बताया कि धारा 304ए (लापरवाही बरतने से किसी की मौत का कारण बनना) के तहत महोबा निवासी पहाड़ मालिक रामकिशोर के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है। डी.एम. के आदेश पर खनन विभाग ने रामकिशोर को नियम का उल्लंघन करने पर जवाब मांगते हुए नोटिस भेजा है।
महोबा के कबरई और चरखारी ब्लाकों में इन पहाड़ों और खदानों में अनियंत्रित रूप से सालों से खुदाई का काम होते चला आ रहा है। सुनने में आता है कि जब भी कोई दुर्घटना होती है तो लाख-दो लाख की कीमत से उसे दबा दिया जाता है। इस घटना में भी अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।