पाकिस्तान, इस्लामाबाद। करीब चालीस पचास साल के बाद लोग रिटायर होने के बारे में सोचने लगते हैं या फिर घर में समय बिताने के बारे में सोचने लगते हैं।
लेकिन पाकिस्तान के इस्लामाबाद में शाहमीन अख्तर चैवन साल की उम्र में ट्रक चलाने का काम कर रही हैं। शाहमीन पाकिस्तान की पहली ऐसी महिला हैं जिनके पास भारी वाहन चलाने का लाइसेंस है। और पाकिस्तान जैसे देश में शाहमीन का ट्रक चलाना वहां की महिलाओं के लिए एक उजली किरण और एक नई उम्मीद की आस है।
शाहमीन बताती हैं कि वो पहले एक स्कूल चलाती थीं अचानक से स्कूल बन्द हो जाने से उनकी और उनके पांच बच्चों की जि़न्दगी को चलाना मुश्किल हो गया था तभी उन्होंने लाइसेंस को अप्लाई किया और उनका लाइसेंस बन गया तो वो ट्रक चलाने लगीं।
शाहमीन पाकिस्तान के रावलपिंडी में ट्रक चलाती हैं। शाहमीन बताती हैं कि एक ट्रिप के एक हज़ार रूपए मिल जाते हैं। इससे एक बार फिर से हमारे घर में खुशियां आई हैं। और मैं भी आराम से मेहनत करके अपने बच्चों का पेट पाल रही हूं।
पहली महिला ट्रक ड्राइवर
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