जिला महोबा। जिले के बाल विकास परियोजना विभाग के अनुसार अक्टूबर 2014 में किए गए परीक्षण के अनुसार कुल सतत्तर हज़ार बच्चों में से सत्ताइस हज़ार बच्चे कुपोषित और चौरासी अतिकुपोषित पाए गए। महोबा में अब तक पुनर्वास केंद्र की कोई बात नहीं हुई है। तब भी सी.एम.ओ. डाक्टर एस.के. वाष्णे का मानना है कि बच्चों से ज़्यादा मां कुपोषित है और इसका कारण है जागरुकता की कमी।
फैज़ाबाद जिले के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार पूरे राज्य में फैज़ाबाद की स्थिति काफी गंभीर है और लगभग बयालिस प्रतिशत बच्चे कुपाषित हैं। पोषण पुनर्वास केंद्र के लिए यहां प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी थी पर जिले अस्पताल में प्रशासन को जगह उचित ना लगने के कारण साल भर से बात अटकी पड़ी है।