जिला ललितपुर, शहर ललितपुर पढ़ाई होबे चाह बुनाई सब काम में खूब मेहनत और मन लगा के काम करत ललितपुर जिला की मिथलेश।
मिथलेश ने बताई के हमने जो काम अपनी भाभी से सीखो हम अपनी भाभी से पास बैठत ते सो हमने कई के तुम जो का बना रई तो उन ने ताई के गलीचा बना रए। तो हमने कई के हमे भी सिखाओ। फिर उन ने हमे बताओ तो पहले हम छोटी क्रोसिया से सीखात ते अब सिलाई से भी बनान लगे।
बनाबे के लाने एक जितने बडो बनाने बई हिसाब से साड़ी लेत फिर बाकि पतरी पतरी पट्टी फाड़ लेत फिर उनको गोला बना लेत। फिर फंदा डाल के बुन लेत हम तो दस दिन में सीख गये ते।
हम छह कली बारह कली चटाई वाली डिजाइन बना लेत बनो बनाओ सौ को बचत और जैसे जो अपनों सामान देत तो चालीस रुपईया लेत। एक गलिचा दो दिन में तैयार हो जात।
घरे ही आत लेबे हम बेचबे कितऊ नइ जात जब हमने सीखो तो बोहतई ख़ुशी होत ती। फिर हमने दो तीन मोड़ीयन को भी सिखाओ। अबे तो पढ़ाई कर रए पढ़ाई के बाद फिर कछू कर हे आगे चल के।
रिपोर्टर- सुषमा
31/03/2017 को प्रकाशित