जिला वाराणसी, ब्लाक अराजीलाइन, गांव शांहशाहपुर। दिसम्बर आउर जनवरी में खैरा के ताल आउर मंगरहा के ताल में दस किलोमीटर तक मटर आउर मिर्च के खेती होला। ए समय इहां हजारों मजदूर काम करलन। जवने में ज्यादातर मेहरारून आउर बच्चन काम करलन। आउर
अधिकतर बच्चन स्कूल छोड़ के आवलन।
इ सब ताल में सब्जी तोड़े खातिर कछवां, चुनार, कोइली, धानापुर समेत कई जगह से मेहरारून लइकिन आउर छोटा छोटा बच्चन लोग मजदूरी करे आवलन। चुनार के तेरह साल के मनीषा आउर कोइली के ग्यारह साल के सीमा के कहब हव कि हमनी बहुत गरीब हई। इ कारण हमनी पढ़ाई ना करित लेकिन जे पढ़ाई करला उ भी पढ़ाई छोड़ के इहां मजदूरी करे आवत हव।
कोइली के प्राथमिक स्कूल के अध्यापक छेदी लाल आउर महेन्द्र पटेल के कहब हव कि स्कूल में पढ़े वाला ज्यादातर बच्चन मजदूरी करे खातिर दू दू महीना बाहर चल जालन।