गुरदासपुर, पंजाब। पंजाब के गुरदासपुर जिले के दीनानगर में 27 जुलाई को हुए आतंकी हमले के हमलावर पाकिस्तान के शकरगड़ इलाके के घरोट गांव से आए थे। पुलिस और आतंकियों के बीच हुए मुठभेड़ के बाद मिले जी.पी.एस. सिस्टम यानी जगह का पता लगाने वाले आधुनिक सिस्टम से यह जानकारी मिली है।
हमलावरों और पंजाब पुलिस के बीच घंटों गोलीबारी होती रही। पंजाब पुलिस प्रमुख सुमेध सिंह सैनी ने बताया कि तीनों आतंकी सेना की ड्रेस में थे। इनके पास आधुनिक तकनीकी वाले हथियार और ग्रेनेड बम के साथ जी.पी.एस. सिस्टम भी थे। हमले में तीनों हमलावर मारे गए। लेकिन इसमें आतंकवादियों से लड़ते लड़ते पंजाब पुलिस के एस.पी. और चार पुलिसकर्मियों और तीन नागरिकों की जान भी गई। हमलावरों ने पहले बस और फिर एक कार पर गोलियां चलाईं। इसके बाद इन लोगों ने कार चालक से कार छीन ली और फिर यह लोग दीनानगर थाने में घुस गए। पहले माना जा रहा था कि यह हमला 1980 के दौरान पंजाब में हुए सिख अलगाववाद की ही एक कड़ी हो सकता है। मगर पंजाब पुलिस ने इस संदेह को खत्म करते हुए कहा कि हमलावर पाकिस्तान से आए थे। हमले के तार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हो सकते हैं। गुरदासपुर पाकिस्तान की सीमा से सटा है।