मध्यप्रदेश के गुना जिले के तारापुर गांव की पंचायत ने एक क्रूर फैसला सुनाया है। पंचायत ने माता-पिता के बछड़े मारने के “गुनाह” की सजा उनकी सात साल की बच्ची को देने का निर्णय किया है। खबरों के मुताबिक, लड़की के पिता जगदीश बंजारा ने अपने खेत में चर रहे एक बछड़े को पत्थर मार दिया था, जिससे बछड़े की मौत हो गयी। इस मामले में गांव में पंचायत बैठी।
पहली सुनवाई में पंचायत ने परिवार के सामाजिक बहिष्कार का एलान किया। 15 अप्रैल को पंचायत ने दूसरी सुनवाई की। सुनवाई के दौरान पंचों ने सख्त रुख अपनाया और जगदीश एवं उसके परिवार से कहा कि यदि वह सामाजिक बहिष्कार से मुक्ति चाहता है, तो उसे अपनी पांच साल की बेटी की शादी आठ साल के लड़के से करनी होगी। इतना ही नहीं, पंचायत ने लड़के के परिवार को एक लाख रुपये का दहेज देने को भी कहा है।
क्या हो गया देश को जहां इंसान को मारने पर तो बच सकते हो, पर बछड़े को मारने पर मासूम बच्चो का भविष्य खराब करने में हमें कोई अप्पात्ति नहीं है।