जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड सोनबरसा के कन्या मध्य विद्यालय में सारा सुविधा हई। लेकिन चार वर्ग में बच्चा ज्यादा होय के कारण वर्ग अनुसार पढ़ाई न हो रहल हई। कारण कि शिक्षक के कमी हई। सात सौ सतर बच्चा में कुल दस शिक्षक-शिक्षिका छथिन। एक शिक्षक बी.आर.सी.सी. छथिन।
छात्र-छात्रा आभा कुमारी, अमीत अनंद, दिलिप कुमार कहलथिन कि सबसे अच्छा पढ़ाई इहां होई छई लेकिन वर्ग से पढ़ाई होतियई त अउरो ठीक रहलईय। शिक्षिका नीलू कुमारी, वंदना कुमारी कहलथिन कि बच्चा ज्यादा रहे के कारण क्लास में गैदरिंग हो जाई छई अउर शिक्षक के परेशानी बढ़ जाई छई। ओकरा बदो पढ़ाई में कोई कमी न करई छी।
प्रधानाध्यापक हरिनारायण राय कहलथिन कि इहां पाठयक्रम पर आधारित पढ़ाई होई छई। लेकिन अभी सरकार के आदेशानुसार ’’समझे सीखे’’ कार्यक्रम के तहत मुख्य रूप से हिन्दी अउर गणित पढ़ायल जा रहल हई। इ कार्य दु महिना तक चलतई। सर्व शिक्षा अभियान के तहत तीस बच्चा पर एक शिक्षक होना अनिवार्य हैं। ऐई के आधार पर बीस शिक्षक ऐई विद्यालय में होये के चाहि। लेकिन बहाली होतई तब न शिक्षक पुरा कयल जतई। अभी दस शिक्षक-शिक्षिका में कोई छुट्टी पर रहलई छई त परेशानी बढ़ जाई छई। अगर शिक्षक पुरा होतई त अउर अच्छा से पढ़ाई होतई।
न हो रहल वर्ग वाई पढ़ाई
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