जिला चित्रकूट, ब्लाक मउ कस्बा खण्डेहा। हिंया के सुवाकली के शादी राजेश साथै भे रहै। मनसवा रोजै मारपीट करत रहैं। यहिसे वा अपने मइके पहाड़ी मा रहत हवै।
सुवाकली का कहब हवै कि मोरे दुइ लड़की हवै। महतारी के साथै रहत हवै। मनसवा लड़किन का भी ध्यान नहीं राखत हवै। मनसवा खाय का खाना तक नहीं देत हवै। यहिसे चाार चार दिन तक भूखे रहै का परत रहै। मारपीट भी रोजै करत रहै। यहिसे परेशान होइके वनांगना संस्था का सहारा लइके नियाव के मांग करत हौं। महतारी के हिंया भी मनसवा पहुंच जात रहै। अब बहिनी के हिंया बीस दिन से रहत हौं।
मनसवा राजेश का कहब हवै कि वा खुदै मइके चली जात हवै। चार साल पहिले मोरे ऊपर मुकदमा लगा दिहिस रहै। दुइ साल पहिले समझौता होइगा रहै। फेर वहिनतान करत हवै।
कर्वी वनांगना संस्था के कार्यकर्ता संतोष का कहब हवै कि सुवाकली का नियाव देवावा जई अउर वहिके मनसवा से भी पूंछतांछ कीन जई।
नियाव लइके रहिहौं
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