जिला बांदा, कोतवाली नरैनी, गांव बड़ेहा सेंवड़ा। हेंया का एक दलित परिवार गांव के कुछ लोगन से परेशान होइ के 3 मार्च से बांदा आशोक लाट तिराहे मा अनशन करैं का मजबूर होइगा। जबैकि पुलिस प्रशासन उल्टा दलित परिवार के ऊपर ही मारपीट का आरोप लगावत है। कारवाही करब तौ दूर के बात है।
गांव के सुन्ता पति कामता प्रसाद का कहब है कि हम लोगन का दलित जान के गांव का शिवमूरत तिवारी हम लोग से बंधुवा मजदूरी करावैं चाहत रहै। या बात का लइके पिछले साल से कुछ रंजिश मानत रहै। 27 फरवरी का औरत सुन्ता रोज के जइसे दुवारे मा कुछ काम करत रहै। तबै शिवमूरत आवा अउर वहिका अचानक से पकड़ के घसीटिस अउर गाली गलौज मारपीट करिस। औरत का चिल्लाब सुन के पूरे परिवार के लोग इकट्ठा होइगंे अउर मना कीन तौ हम लोगन साथै भी मारपीट करिस अउर गांव से निकार दिहिस है। तबै से हम लोग हार मा डेरा डार के रहत हन। नरैनी कोतवाली मा दरखास दीन हैं तौ पुलिस कमजोर धारा लगा के उनका पकडि़स अउर छोड़ भी दिहिस है। जेहिसे अब हमरे जान का खतरा है। यहिसे हम लोगअनशन मा बइठैं का मजबूर होई गयेन कि कउनौ ठोस कारवही होय।
नरैनी कोतवाली एस.ओ. पी.एन. सिंह कहिन कि उंई लोग शिवमूरत तिवारी का रूपिया लीने हैं। वा रूपिया मांगैं गा है तौ शिवमूरत अउर वहिके बाप का बहुतै बुरीतान से मारिन हैं। यहिसे उनका पकड़ के छोड़ भी दीन गा है।