चित्रकूट जिला के ब्लाक अउर गांव मा लगभग कइयौ पीढ़ी से नाली नहीं बनी आय। या कारन मड़इन के घरन का गंदा पानी भरा रहत हवै। नाली बनवावै खातिर प्रधान अउर कइयौ दरकी पी.डब्लू.डी विभाग मा कहा गा, पै कउनौ सुनवाई नहीं भे आय।
ब्लाक कर्वी, कस्बा शिवरामपुर मेन रोड। हिंया के गरूण अउर दयाशंकर का कहब हवै कि मड़ई अपने दुवारे के लगे कच्ची नाली खोदे हवै तौ उंई नाली पूर जात हवैं। यहै से गंदा पानी भरा रहत हवै। या कारन कांदौ मा छोट-छोट बच्चा गिर जात हवैं। गिरै से बच्चन कपड़ा खराब होइ जात हवंै। गन्दा पानी भरा होय के कारन मच्छर खूबै लागत हवैं। अगर यहिनतान रही अउर नाली न बनी तौ मड़इन का बीमारी होय का डेर बना रहत हवै। नाली बन जाये तौ इं समस्यन से न जूझै का परी।
या समस्या का लइके पी.डब्लू.डी. विभाग मा सहायक अभियन्ता सुरेश राम से बात कीन गे। उनकर कहब हवै कि नाली बनवावै के जिम्मेदारी बांदा जिले का राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के हवै। हुंवा से नाली बनी।
ब्लाक रामनगर, गांव रेरूवा का बुधवल पुरवा। हिंया के कामता अउर राजकरन कहिन कि पन्द्रह बरस से नाली नहीं बनी आय। नाली न बनै से सैकड़न मड़ई गन्दगी से जूझत हवैं। नाली बनावै खातिर प्रधान विजयपाल से कहिके थक गयेन, पै वा ध्यान नहीं देत आय। प्रधान विजयपाल कहिस कि नाली बनावै खातिर बजट पास होइगे हवै। नाली बनवा देहूं।
ब्लाक पहाड़ी, गांव चैरा। हिंया के बलराम सिंह, कुंज बिहारी अउर महेन्द्र सिंह कहिन कि नाली अउर खड़ण्जा कुछौ नहीं बना आय। गांव मा कउनौ विकास नहीं आय। नाली न बनी होय से रास्ता मा कांदौ भरा रहत हवै। या समस्या लगभग दस बरस से हवै। या कारन हजारन मड़ई परेशान हवैं। नाली, खड़ण्जा बनावै खातिर कइयौ दरकी प्रधान छक्कीलाल से कहा गा, पै कउनौ ध्यान नहीं दीन गा।
या समस्या का लइके बी.डी.ओ. देवेन्द्र शुक्ला से बात कीन गे। वहिकर कहब हवै कि नाली खड़ण्जा बनवावैं खातिर प्रधान अउर सचिव से कहा जई।।ं
नाली नहीं तौ गंदे पानी मा गिरत बच्चा
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