जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड रीगा, पंचायत शहवाजपूर, गांव खरसान। उहां स्टेट बोरिंग चालू हई। लेकिन नाला न रहे के कारण किसान सब के सुविधा न मिल पवई छई। जबकि नाला के लेल नल कूप चालक चार बेर विभाग में आवेदन देले छथिन।
उहां के किसान रूपलाल महतो, रामविनय यादव, भोला यादव कहलथिन कि ऐइ स्टेट बोरिंग सें बहुत दूर दूर तक खेत पटईत रहलई। जब खराब हो गेलई त बीसों वर्षो से खराब रहलई। एने आ के 2008 में फेर से चालू कयल गेलई त नाला के ही सुविधा न हई। जहां पर हइयों हई त टूट गेल हई। जेई कारण सब किसान के सुविधा न मिल पवई छई। जे किसान के पास रूपईया हई उ अपन खेती सही समय से करइवई छथिन। जिनका पास रूपइया न हई उनकर खेत मारल जाई छई। सुविधा हइये हई लेकिन न मिल पवई छई। नाला बन जइतीअई त सब के सुविधा मिलतअई।
नल कूप चालक विनय सिंह कहलथिन हम त इहां लगभग आठ महिना से रहइले। सब दिन डिउटी करईलें। जब लाईन रहल त बोरिंग चालू करइले। सबसे दिक्कत नाला अउर बिजली कें हई। तनका देर बिजली आयेबो करई छई त नाला के कारण पानी सरहे में न जा पवई छई। आवेदन त देले छी लेकिन अभी तक न कोनो काम भेलई।
नल कूप विभाग के साहायक अभियनता प्रमोद कुमार साही कहलथिन कि एक साल के भीतर में जेतना रीगा प्रखण्ड में स्टेट बोरिंग खराब हई नाला न हई। सब के मरम्मत अउर चालू करबा देल जतई।
नाला न रहे से सुविधा अधूरा
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