जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड रीगा, पंचायत रीगा प्रथम, गांव रामनगर। उहां के लगभग बीसों लोग कहलथिन कि इहां के स्टेट बोरिंग के नाला 1993 के बाढ़ में टुट गेलई। तहिया से आई तक न बनलई। जेई कारण किसान सब के सुविधा न मिलई छई।
इहां के मगर पासवान, बद्री पासवान, नागेष्वर राम, धनमन्ती देवी सब कहलथिन के इहां के स्टेट बोरिंग चालु रहई। जहिया एई गांव के चारो तरफ के सरेह में पानी जाइत रहलई। एई गांव के गरीब से गरीब किसान के खेत में सालों भर कुछ न कुछ फसल लागल रहइत रहलई। एई महिना में भी लोग मरूआ अउर मकइ के खेती क लेइत रहलई। लेकिन नाला टुटे से बोरिंग के पानी से लोग के सुविधा न मिलई छई। प्राइवेट बोरिंग से पानी पटावे में डेढ ़सौ के घंटा लेई छई। जेइ कारण सब किसान के अभी खेती करे में बहुत दिक्कत होई छई। इहां तक कि छोट छोट किसान के रूपइया के अभाव में खेती भी मारल जाई छई। एतना दिन नाला टुटला हो गेलई लेकिन अभी तक न बनलई।
जिला लघु सिंचाई विभाग के जुनियर इंजिनियर षत्रुधन प्रसाद कहलथिन कि जिला में एइ्र वितिय वर्श में एक सौ चैरासी स्टेट बोरिंग के नाला अउर मोटर के ठिक करायल जतई। अभी साठ स्टेट बोरिंग जिला में चालु हई। उहां के समस्या भी जलदिए दुर होतई।