जिला चित्रकूट, ब्लाक मानिकपुर, गांव मदना, पुरवा पवारी। हिंया के सुमन का मनसवा कामता दुइ बरस पहिले खतम होइगा रहै। जेठ बचैली घर मा नहीं रहैं देत हवै। यहै से सुमन रैपुरा थाना मा 10 अगस्त 2014 का दरखास लिखाइस हवै, पे कउनौ सुनवाई नहीं भे आय।
पुरवा के सुमन का कहब हवै कि मोर जेठ बचैली परेशान कीने हवै। वा मोहिका घर मा नहीं रहै देत हवै। मैं आपन हिस्सा लइके रहिहौं। एक तौ मोर मनसवा नहीं हवै। दूसर ससुराल वाले जियब मुश्किल कइ दिहिन हवै। उंई मोर समस्या का नहीं समझत हवैं। मैं घर छोड़ के कहां चली जाव। यहै से रैपुरा थाना मा दरखास लिखायेे हौं। सुनवाई के नाम मा जीरो हवै। सुमन का जेठ बचैली का कहब हवै कि वा खुदै लड़त हवै। हम वहिका कुछौ नहीं कहित हन।
रैपुरा थाना के छोट दरोगा का कहब हवै कि उनकर तीन दरकी समझौता कइ दीन गा हवै। अगर अब न मनिहैं तौ जांच कइके कारवही कीन जई।
नहीं भे सुनवाई
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