बांधन मा पानी होये के बादौ नहरन मा पानी नहीं छोड़ा जात आय।या कारन रवि के फसल के बोआई का समय निकरा जात हवै।या मामला चित्रकूट जिला के आय।हिंया शिवरामपुर क्षेत्र के सैकरड़ गांव के किसान परेशान हवैं।कइयौ दरकी किसान मिल के डी एम का दरखास दिहिन बरुआ बांध से पानी नहरन मा छोड़वा दीन जायें।पै अधिकारी भी कउनौ ध्यान नहीं देत आहीं रमयापुर अउर भभौर गांव के लगभग तीस किसानन का कहब हवै कि अगर टाइम से नहरन मा पानी नहीं छोड़ा जई तौ हमार खेत खाली पड़े रही जई हैं।
बल्हौरा अउर संग्रामपुर गांव के किसानन का कहब हवै कि सिंचाई विभाग के अधिकारी समस्या काहे नहीं सुनत आय? क्रषि प्रधान देश कहै वाला हमार देश मा जबै फसल ना होइ तौ मड़ई का खई?
हर साल नवम्बर के महीना मा नहरन मा पानी छोड़ दीन जात रहै।पै या साल प्रशासन बहुतै ढील हवै।अगर खेती ना पैदा होइ तौ मड़इन के सउहें खाये के समस्या होइ?कुछ नहर चालू भी हवैं तौ उनमा टेल तक पानी नहीं छोड़ा गा या कारन किसान परेशान हवैं?शासन प्रशासन कबै सुनी इनकर समस्या?का सरकार के लगे किसानन खातिर पानी भी नहीं बचा आय?