सरकार ने गरीबन की योजना मे लाभ के लाने तो बी.पी.एल. सूची में नाम होय खा लागू कर दओ हे, पे जभे आदमियन के नाम ई सूची में नइयां तो आदमी लाभ किते से उठा पाहे? हम बात जा करत हे कि नये राशन कार्ड न होय से आदमी समस्या खा लेके बोहतई परेशान रहत हे। कोनऊ भी सरकारी सुविधा को लाभ नई उठा पाउत हे। जभे कि गांव के आदमी ज्यादातर बी.पी.एल. सूची के पात्र हें। बी.पी.एल. सूची में नाम ओर राशन कार्ड न होय से आय, जाति प्रमाण पत्र नई बनत हे ओर न कोनऊ आदमियन खा पेंशन मिलत हे।
ऊसई तो राशन कार्ड पांच साल में बने को नियम हे, पे अब लगभग दसन साल से राशन कार्ड नई बने। जोन आदमियन के बने हते। ऊ भी फट गये हे। मई जून के महीना मे राशन कार्ड बने को सर्वे भओ हतो। जीमें आदमियन खा खुशी हती कि राशन कार्ड बन जेहें तो कोनऊ काम कराये में परेशानी न हो हे।
सवाल जा उठत हे कि अभे राशन कार्ड को नवीनीकरण होत हे, तो आदमियन में नए राशन कार्ड बनवायें की होड़ मची हे। सरकार न अभे नए राशन कार्ड बनवाउत हे ओर न आदमियन खा सही जानकारी देत हे। जनता बराबर परेशान हें। गांव के आदमी आसरा लगाये हें कि राशन कार्ड बनने हें। राशन कार्ड के सर्वे में गांव के आदमियन ने दस-दस बीस-बीस रूपइया दये हें। जभे सरकार ने राशन कार्ड को नियम लागू करो हे तो राशन कार्ड बनवाये खा भी ध्यान देय का चाही राशन कार्ड जेसी समस्या बोहतई गम्भीर हे।
नये राशन कार्ड बने को नामो निशान नइयां
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