छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर में पहली बार किसी महिला ने सी आर पी एफ बटालियन-80 में असिसटेंट कमांडेंट का पद संभाला है। राष्ट्रीय स्तर की पूर्व धावक ऊषा किरन को तैनाती के लिए तीन विकल्प दिए गए थे, जिसमें उन्होंने बस्तर को चुना। उनके पदभार संभालने से सुरक्षाबलों का मनोबल बढ़ा है।
ऊषा किरन का मानना है कि आदिवासी और महिलाएं पुरुष जवानों से डरे रहते हैं और उनको देखने से ग ज्यादा सहज महसूस कर रहे हैं।
ऊषा किरन सीआरपीएफ में तीसरी पीढ़ी की अधिकारी हैं। उनके दादा और पिता भी सीआरपीएफ में रह चुके हैं और उनके भाई भी सीआईएसएफ में हैं।