जिला महोबा, ब्लाक चरखारी, गांव सूपा। के लगभग दो सौ आदमियन ने दो महीना पेहले खन्ती डारे को काम करो हतो। जीखो रूपइया आज तक नईं मिलो हे। मजदूरन को परिन भुखमरी के कगार मे आ गओ हे।
चन्द्रकली बताउत हे की मेने दो महीना खेतन मे मेठ नरेन्द्र पाल के तहत खन्ती डारे को काम करो हतो। मोई इक्यावन खन्ती को रूपइया बाकी हे। रूपइयन के लाने हमने दिन रात एक करके मजदूरी करी हती। जीसे आपन परिवार पाल सकन।
रेखा यादव बताउत हे की मोई दो बिटियन ने मोये साथे खन्ती डारे को काम करो हतो। मोई छत्तीस खन्ती को रूपइया बाकी हे। हम गरीब आदमी ओई मजदूरी के सहारे रहत हे। उ भी समय से नईं मिलत हे।
हरगोविन्द अहिरवार कहत हे की जब से खन्ती डारे को काम लगो हतो हमने एसी कड़ाके की गर्मी मे दिन भर खन्ती डारे को काम करो हतो। सोचत हते की सूखा के अनाज नइयां तो मजदूरी करके बाजार से खरीद लेहे। दो महीना बीते के बाद भी मजदूरी नईं मिली। जीसे हमाओ परिवार भुखमरी के कगार मे आ गओ हे। विमला ओर गायत्री कहत हे की हमने रूपइया के लाने हम विभाग के चक्कर लगा के थक गये हे। प्रधान से कहत हे तो ऊ कहत हे की मोये तहत काम नईं भओ हे। मे तुम्हाओ रूपइया किते से दिबाहों।
प्रधान सुमन को आदमी धर्मेश कुमार से बात करी तो उ कहत हे मोये पता नइयां कीखे तहत काम भओ हे। न ही मोये मेठ को नाम गांव पता हे।
मेठ नरेन्द्र पाल से बात करी तो उ कहत हे की मे नैनीताल में हो। मोये ईखें बारे मे कोनउ जानकरी नइयां। ग्राम पंचायत मनरेगा के तहत भओ हतो। मोओ ओते से ट्रांसफर हो गओ हे।
चरखारी ब्लाक की बी.डी.ओ.महिमा विद्यार्थी कहत हे की ई केस मे अभे जांच चलत हे। मजदूरन को रूपइया कभे तक आहे ओये जानकरी नइयां।
रिपोर्टर – सरोज सैनी