जिला महोबा, ब्लाॅक पनवाड़ी, गांव अलीपुरा के आदमियन को आरोप हे दूसर महीना निकर गओ ओर तीसर चलन लगो। पे हमें मई महीना को सामाजवादी राहत पैकिट नई मिलो हे। जीसे हम तहसील ओर अधिकारियन के चक्कर काटत हे।
जमुना कहत हे की हम गरीब आदमी दिल्ली मे मजदूरी कर परिवार चलाउत हती। हमाओ दस साल पुरानो अन्तोदय राशनकार्ड बनो आय। अभे तक हमें बराबर कोटा से राशन मिलत रहो हे। अप्रैल के महीना मे सामाजवादी सूखा राहत को पैकिट मिलो हतो। ई महीना मे नई मिलो हे। अगर सरकार गरीबन के लाने योजना भेजत हे तो गरीबन खा काय नई मिलत हे।
हर नारायण की ओरत प्रेमवती कहत हे की ई महीना मे हमाओ लिस्ट से नाम काट दओ हे। जभे की कोटे से जून महीना को राशन मिलो हे। हम लोग एक-एक दानक के लाने तरसत हे। विभाग के कर्मचारी गरीबन की कभऊं सुनवाई नई करत हे। मजदूरी के रूपइया से हम परिवार को पेट भरे की बच्चान को स्कूल ओर कपड़न को उठाये।
पूर्ति विभाग को अधिकारी वीरेन्द्र कुमार महान कहत हे की ईखे बारे मे मोये कोनऊ जानकारी नइयां। अगर जून महीना को राहत पैकिट नई मिलो हे तो ब्लाक से जांच कराई जेहे। जांच के बाद ही राहत पैकिट दिबाओ जेहे।
रिपोर्टर – सुरेखा राजपूत