। एते अगस्त सितम्बर 2013 मंे पानी बरसंे से सैकड़न घर गिरे हते। जीखों लेखपाल धरमराज ने सर्वे करो हतो। पे ऊखो मुआवजा अभे तक नई मिलो हे। जीसे गांव के आदमी छप्पर डार के रहत हे।
अमरा यादव, हरि सिंह, खिलावन ओर शिवकुमार ने बताओ कि बारिस में हमाये घर गिर गये हें। जीमें धरो सामान अनाज, भूसा के साथे गृहस्थी को सामान दब गओ हतो। हमाओ लाखन को नुकसान भओ हे। न हमाये रहे खा जघा हे ओर न जानवरन के बांधे खा। ऐसी ठंडी में चारऊ केती से हवा आउत हे। जीसे जानवर की तो बोहतई बुरी हालत हे। उर्मिला ओर भगवती ने बताओ कि हम पन्नी को छप्पर बना के रहत हे। हमाये इत्तो रूपइया नइयां कि हम मकान बनवा सकन। जभे घर गिरे हते तो लेखपाल ओर प्रधान आओ हतो। नाम भी लिख के ले गओ हतो, पे अभे तक मुआवजा नई मिलो हे। जभे की सब गांवन को घर गिरे को मुआवजा मिल गओ हे।
प्रधान ने बताओ कि गांव में लगभग डेढ़ सौ घर गिरे हते। जोन सितम्बर हमने लिस्ट बना के लेखपाल खा भेज दई हती। पे अभे तक गांव में कोनऊ खा मुआवजा नई मिलो हे।
लेखपाल धरमराज ने बताओ कि गांव के 229 मकान गिरे हते। जीमें 127 आदमियन की चेक आ गई। जीमें 42 आदमियन खा चेक बांट दई हे। एक आदमी खा 1900 रूपइया मुआवजा मिलो हे। बाकी आदमियन की अभे चेक नई आई हे।
नई मिली घर गिरे की चेक
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