एते के आदमी यूरिया खाद के लाने दो महीना से भटकत हे। खाद न मिले के कारन फसल सूखत हे। जीसे किसान परेशान हे।
गांव के किसान शंकरलाल ओर बलराम ने बताओ कि हम यूरिया खाद लेन अकौना सहकारी समिति जात हे तो ओते को सचिव बहाना कर टार देते हे। बाबूलाल ओर रतिराम को आरोप हे कि सचिव रात में खाद खा ब्लाॅक कर लेत हे। हम सात सौ रूपइया की एक बोरी खाद खरीदी हे। काय से गेंहू में खाद को छिड़काओ बोहतई जरूरी हे। नई तो पूरी फसल खराब हो जेहे। सचिव से कहत हे तो ऊ खाद न आयें को बहाना कर टार देत हे।
अकौनी खाद सोसाइटी के एकाउन्टेड अशोक सक्सेना ने बताओ कि पेहले हमाये एते खाद नई हती। जीसे आदमियन खा नई मिल पाई हे। 25 जनवरी खा आई हे तो हम बराबर खाद बांटत हे, ब्लाॅक करें को आदमी झूठो आरोप लगाउत हे।
नई मिलत खाद, किसान परेशान
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