जिला महोबा, ब्लाक जैतपुर, गांव अरघटमऊ को मजरा रामूपुरा। जा गांव लोहीया समग्र होंय के बाद भी आदमी पिये के पानी खा तरसत हे। पे ईखे लाने सासन प्रसासन कछू ध्यान नई देत हे। जभे की पानी के बिना जीवन बेकार हे।
इन्द्रप्रकाश ओर बिहारीलाल ने बताओ कि जा गांव 2012-13 में लोहिया चुनो गओ हतो। पे आज तक पानी की परेशानी दूर नई हो पाई हे। गर्मीयन में हैण्डपम्प से भी पानी नई निकरत हे। बद्री ओर रामप्रताप कहत हे कि रामूपुरा में लगभग दस हैण्डपम्प लगे हे, जीमें पांच खराब परे हे। अगर हैण्डपम्प बनत हे तो दो-चार दिन के बाद खराब हो जात हे। अरघटमऊ की आबादी पन्द्रह सौ अेर रामूपुरा की बारह सौ हे। पे पानी की कहूं भी सुविधा नइयां। आदमी सुबेरे चार बजे से पानी भरे खा लाइन लगी रहत हे। हमाये गांव में अगर टंकी बन जाये तो नींक हो जाये। पंचायत मित्र महेन्द्र ने बताओ कि हमाये एते पथरीलीय जमीन होंय के कारन हैण्डपम्प सफल नई हो पाउत हे। हमने एक साल पेहले पानी के टंकी बनवायें खे लाने महोबा जल निगम में एक्सीयन खा दओ हतो। सिविल जल निगम के सहायक अभियन्ता सनदेश सिंह मुबारक अताउतहे कि कि टंकी बनवाये खे लाने पांच हजार की आबादी होंय खा चाही। गांव के दलित आदमी ढाई सौ ओर बड़ी जाति के आदमी साढ़े चार सौ रूपइया जमा करें। हम सर्वे करा के रूपइया ओर प्रस्ताव लखनऊ भेज देहे। अगर पास हो जेहे तो टंकी बनवा दई जेहे नई तो रूपइया वापस कर दओ जेहे।
नई बनी पानी की टंकी
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