क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ने अचानक 30 दिसंबर को टेस्ट क्रिकेट (पांच दिवसीय क्रिकेट मैच) को अलविदा कह दिया। उनके चाहने वाले हैरान हैं कि आखिर इस फैसले को लेने में उन्होंने इतनी जल्दबाज़ी क्यों दिखाई।
आॅस्ट्रेलिया के सिडनी में हो रहे टेस्ट मैच प्रतियोगिता के बीच में ही इस घोषणा के बाद अंतिम मैच की कप्तानी अब विराट कोहली करेंगे।
धोनी एक दिवसीय और ट्वेंटी-ट्वेंटी मैच खेलेंगे। सूत्रों से मिली खबरों के अनुसार विराट कोहली के बढ़ते दखल के कारण ही धोनी ने यह फैसला लिया है। कहा यह भी जा रहा है कि भारतीय क्रिकेट टीम निदेशक रवि शास्त्री और विराट कोहली की नज़दीकियां भी इसका एक कारण बनीं। लेकिन धोनी ने बताया कि वे एक दिवसीय और ट्वेंटी-ट्वेंटी मैचों पर गौर करना चाहते हैं।
धोनी ने भारत के लिए नब्बे टेस्ट खेलते हुए चार हज़ार आठ सौ छिहत्तर रन बनाए। उन्होंने साठ मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की और सबसे ज़्यादा सत्ताइस मैचों में जीते।
धोनी की कप्तानी में टीम टेस्ट रैंकिंग में पहले नंबर पर पहुंची। ये देश की क्रिकेट टीम के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी। धोनी को कई क्रिकेट प्रेमी भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक मानते हैं।
धोनी ने लिया टेस्ट क्रिकेट से सन्यास
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