जंगली हाथियों के दो झुण्ड 12 घंटे चल के लॉरेंस एन्थोनी के घर पहुंचे। दो दिन हाथियों का यह झुण्ड एंथोनी के घर के बाहर रहे। हाथी अपने प्रिय साथी और अपने रक्षक को अलविदा कहने आए थे। एंथोनी की मौत 7 मार्च को हुई थी।
हाथियों के इस झुण्ड को कुछ साल पहले मारा जा रहा था। जंगली और खतरनाक माने जाने वाले इस झुण्ड को बचाया एंथोनी ने। उन्होंने हाथियों को शांत कराया, उनका विश्वास जीता और फिर उन्हें बचाने की हर कोशिश की। एंथोनी ने जानवरों को बचाने के लिए बहुत काम किया था। इस विषय पर उन्होंने कई किताबें भी निकालीं थीं। इन हाथियों के साथ उनकी गहरी दोस्ती हो गई थी। अपने इस साथी की याद में जंगली हाथियों का झुण्ड अफसोस जताने आया। बिलकुल वैसे ही जैसे किसी साथी की मौत के बाद आप -हम अफ़सोस मनाते हैं। गम्भीर, शांत और बेहद दुखी।